समाज, कलीसिया और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका अहम:एनोस एक्का
ठेठईटांगर:-प्रखंड के केरया जीईएल चर्च परिसर में जीईएल चर्च पास्टोरेट महिला समिति की द्वितीय वार्षिक अधिवेशन धूमधाम के साथ संपन्न हुआ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री एनोस एक्का उपस्थित हुए। मौके पर फादर के अगुवाई में मिस्सा पूजा का आयोजन हुआ जिसमे अन्य पुरोहितों ने सहयोग किया। मौके पर रंगारंग आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। मौके पर ने अपने संदेश में कहा कि हमारे जीवन में ईश्वर का वचन तब पूरा होता है, जब हम उसे ध्यान से सुनते और उस पर मनन-चिन्तन करते हैं। हमें भी जीवन में माता मरियम की तरह संयम होना चाहिये। हमारे मुख से निकलने वाले शब्दों से शांति की स्थापना होनी चाहिए।आगे कहा कि हम वचन के श्रोता ही नहीं, बल्कि उसके पालनकर्ता बनें। माता मरियम की तरह हम सुनने के लिए तत्पर रहें और बोलने तथा क्रोध करने में देर करें।

अपने शब्दों से किसी को भी चोट न पहुंचाएं। परिवार की मां जिस तरह अपने औलाद की खुशी के लिए दुखों को उठाती है और त्याग करती है। उसी तरह समाज, कलीसिया और राष्ट्र निर्माण में भी महिलाओं की भूमिका अहम है। धर्मशास्त्र बाइबल के अनुसार परमेश्वर के नजरों में समाज में महिलाओं को उंचा स्थान है। विश्वासी मां बहनों को प्रेम, सेवा, क्षमा और त्याग जैसे ख्रीस्तीय मूल्यों में बढऩे और माता मरियम की तरह ही अपनी मध्यस्थता में ईश्वरीय योजनाओं को पूरा करने के लिए आगे बढ़ें। कहा कि शिक्षा और महिला ससक्तिकरण के बिना परिवार, समाज और देश का विकास नहीं हो सकता। कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित करते हुए पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री एनोस एक्का ने कहा कि क्षेत्र में विकास की गंगा बहाने के लिए 15 वर्षों के लंबे वनवास के बाद एक बार आपके बीच आपका बेटा सेवा करने पहुंचे उन्होंने कहा कि इस बीच हर पल इस क्षेत्र की जनता के सुख दुख में साथ देने के लिए हमेशा साथ खड़ा रहा और अब आप लोगों के बीच में आकर क्षेत्र में बिजली पानी सड़क हाथी उत्पात, किसानों की समस्या या फिर छोटी-बड़ी मूलभूत सुविधाओं की जो भी समस्याएं हैं उसे सत्ता में ना रहते हुए पद ना रहते हुए भी दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
